Tuesday, March 24, 2020

भारतीय नववर्ष की शुभकामनाएं

“हिन्दू नववर्ष” चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी संवत् 2077 (तदानुसार 25 मार्च 2020) की आप सभी को अग्रिम शुभकामनाएँ।*

अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, आज मार्च माह का चौथा सप्ताह चल रहा है, वहीं, हिन्दू कैलेंडर के चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के बाद शुक्ल पक्ष का प्रारंभ होगा। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी पहली तिथि से हिन्दू नववर्ष 2077 का प्रारंभ हो जाएगा।

24 मार्च: दिन— मंगलवार: चैत्र अमावस्या। विक्रम संवत 2076 का अंतिम दिन।

चैत्र अमावस्या:  मंगलवार को चैत्र मास की अमावस्या है। अमावस्या के साथ ही विक्रम संवत 2076 का समापन भी हो जाएगा।

25 मार्च: दिन— बुधवार: चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ। कलश स्थापना। गुड़ी पड़वा। विक्रम संवत 2077 प्रारंभ। 

चैत्र नवरात्रि प्रारंभ: चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ होगा। 

हिन्दू नववर्ष 2077: चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से ही हिन्दू नववर्ष का प्रारंभ होता है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से विक्रम संवत 2077 यानी हिन्दू नववर्ष 2077 का प्रारंभ हो जाएगा। 

चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ऐतिहासिक महत्व :

1. इसी दिन आज से तथा सृष्टि संवत 1,96,08,53,121 वर्ष पूर्व सूर्योदय के साथ ईश्वर ने सृष्टि की रचना प्रारंभ की।

2. सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन राज्य स्थापित किया। इन्हीं के नाम पर विक्रमी संवत् का पहला दिन प्रारंभ होता है।

3. प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक का दिन यही है।

4. 144 वर्ष पूर्व स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने इसी दिन को आर्य समाज की स्थापना दिवस के रूप में चुना। आर्य समाज वेद प्रचार का महान कार्य करने वाला एकमात्र संगठन है।

5. विक्रमादित्य की भांति शालिवाहन ने हूणों को परास्त कर दक्षिण भारत में श्रेष्ठतम राज्य स्थापित करने हेतु यही दिन चुना।

6. युधिष्ठिर का राज्यभिषेक भी इसी दिन हुआ।


हिन्दू नववर्ष” का प्राकृतिक महत्व :-“

1. वसंत ऋतु का आरंभ वर्ष प्रतिपदा से ही होता है जो उल्लास, उमंग, खुशी तथा चारों तरफ पुष्पों की सुगंधि से भरी होती है।

2. फसल पकने का प्रारंभ यानि किसान की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है।

” हिन्दू नववर्ष” कैसे मनाएँ :-

1. हम परस्पर एक दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएँ दें।
2.‌ आपने परिचित मित्रों, रिश्तेदारों को नववर्ष के शुभ संदेश भेजें।
3 . इस मांगलिक अवसर पर अपने-अपने घरों पर भगवा पताका फैहराएँ। एवं‌ वेद आदि शास्त्रो के स्वाध्याय का संकल्प ले।
4. घरों में हवन यज्ञ (सामग्री मे लोबान एवं गंधक का उपयोग)आयोजन अवश्य करें ।

शुभ संयोग 2077

 इस बार अंग्रेजी के नए साल 2020 की शुरुआत और 25 मार्च 2020 से शुरू होने वाला भारतीय नवसंवत्सर विक्रम संवत 2077 दोनों ही बुधवार के दिन से होगी।

ज्योतिष के अनुसार नये साल 2020 में पूरे वर्ष पर बुधदेव का अधिपत्य रहेगा। मंत्रिमंडल में इस बार राजा बुध और मंत्री चंद्रमा रहेंगे।

साल 2020 में मंत्रिमंडल के राजा बुध कन्या राशि का स्वामी है। अंग्रेजी नव वर्ष का शुभारंभ कन्या लग्न में ही होगा।

अंक ज्योतिष के अनुसार अंग्रेजी नव वर्ष 1/1/2020 का कुल योग भी 6 है। वर्ष 2020 में बुध के राजा होने से पूरे वर्ष धर्म और अध्यात्म का बोलबाला रहने वाला है।

इस बार नया साल 2020 का आगमन रवि और सिद्धि योग में होने से वर्ष 2020 शुभ रहेगा।

25 मार्च 2020 को विक्रम नवसंवत्सर 2077 का शुभारंभ बुधवार को होगा। बुध का संबंध उन्नति और संपन्नता से होता है।

इससे पहले बुधवार के दिन नए वर्ष का शुभारंभ 2014 में भी हुआ। जो इस बार फिर से 2020 में ऐसा संयोग बन रहा है। 

कन्या लग्न में साल शुरू होने से इस राशि के लोगों के लिए यह साल बेहतरीन बीतेगा। साल 2020 पर बुध का अधिपत्य रहने से खासतौर पर महिलाओं के लिए शुभ साल रहेगा।

विशेष:- कोरोना के चलते ज़्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है बस सतर्क रहने की आवश्यकता है … आज की परिस्थिति देखकर एक वृतांत याद आया, महाभारत युद्ध में अपने पिता द्रोणाचार्य के धोखे से मारे जाने पर अश्वत्थामा बहुत क्रोधित हो गये
उन्होंने पांडव सेना पर एक बहुत ही भयानक अस्त्र “नारायण अस्त्र” छोड़ दिया।

इसका कोई भी प्रतिकार नहीं कर सकता था।यह जिन लोगों के हाथ में हथियार हो और लड़ने के लिए कोशिश करता दिखे उस पर अग्नि बरसाता था और तुरंत नष्ट कर देता था।

भगवान श्रीकृष्ण जी ने सेना को अपने अपने अस्त्र शस्त्र छोड़ कर, चुपचाप हाथ जोड़कर खड़े रहने का आदेश दिया। और कहा मन में युद्ध करने का विचार भी न लाएं, यह उन्हें भी पहचान कर नष्ट कर देता है।

नारायण अस्त्र धीरे धीरे अपना समय समाप्त होने पर शांत हो गया।
इस तरह पांडव सेना की रक्षा हो गयी।
इस कथा प्रसंग का औचित्य समझें?
हर जगह लड़ाई सफल नहीं होती।प्रकृति के प्रकोप से बचने के लिए हमें भी कुछ समय के लिए सारे काम छोड़ कर, चुपचाप हाथ जोड़कर, मन में सुविचार रख कर एक जगह ठहर जाना चाहिए। तभी हम इसके कहर से बचे रह पाएंगे।

कोरोना भी अपनी समयावधि पूरी करके शांत हो जाएगा।

आप सभी से विनम्र निवेदन है कि “हिन्दू नववर्ष” हर्षोउल्लास के साथ मनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा सज्जनों को प्रेरित करें।

हिंदु नववर्ष 2077 की आप सभी बंधुओं को पुन: अग्रिम शुभकामनाएँ ।

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